नीतीश कैबिनेट में ‘खास 21’ का समावेश: बीजेपी से 12 और जेडीएस से 9 मंत्री बने, रेनू देवी ने भी ली शपथ
नीतीश कैबिनेट में कुल 21 लोगों को स्थाई जगह मिली है. रेनू देवी मंगल पांडे नीरज कुमार बाबर अशोक चौधरी लेसी सिंह मदन सहनी नीतीश मिश्रा नितिन नवीन दिलीप कुमार जयवाल महेश्वर हजारी शिले कुमारी मंडल सुनील कुमार जनक राम हरि सहनी कृष्णनंदन पासवान जयंत राज जमा खान रत्नेश्रद सप्तना और सुनील जमा खान रत्नेश्रद सेनल। एक नये मंत्री का जन्म हुआ।
पटना. नीतीश कैबिनेट विस्तार बिहार में नए कैबिनेट विस्तार मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में शुरू हुआ। अशोक चौधरी, रेनू देवी, लेसी सिंह, नीरज बब्लू, मदन सहनी और नितिन नबीन ने शपथ ली.
VIDEO | BJP MLA Renu Devi (@renu_bjp) takes oath as minister in the Nitish Kumar-led NDA government in Bihar.
नीतीश कैबिनेट में हुई ‘स्पेशल 21’ की एंट्री
आपको बता दें कि नीतीश कैबिनेट में कुल 21 हस्तियों को स्थायी जगह दी गई है. रेनू देवी, मंगल पांडे, नीरज कुमार बब्लू, अशोक चौधरी, लिसी सिंह, मदन सहनी, नीतीश मिश्रा, नितिन नवीन, दिलीप कुमार जयसवाल, महेश्वर हजारी, शीला कुमारी-मंडल, सुनील कुमार, जनक राम, हरि सहनी, कृष्णनंदन पेसन राज, जमा खां, रतनेश सादा, किदार प्रसाद गुप्ता, सुरेंद्र मेहता व संतोष कुमार सिंह को जोड़ा गया है. मंत्री बन गये
ध्यान दें – खबरें लगातार अपडेट होती रहती हैं।
VIDEO | BJP MLA Mangal Pandey (@mangalpandeybjp) takes oath as minister in the Nitish Kumar-led NDA government in Bihar. pic.twitter.com/HODHG1pKlT
बीजेपी कोटे से 12 मंत्री चुने जाएंगे. वहीं, जेडीयू के 9 मंत्री भी मनोनीत होंगे. कुल 21 विधायक और एमएलसी मंत्री पद की शपथ लेंगे.
इससे पहले अशोक चौधरी, ऋषि सिंह, मदन सहनी, जमा खान, सुनील कुमार और शीला कुमारी दल यूनाइटेड कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं. यह संदेश प्रसारित किया गया. जहां तक नए नाम की बात है तो कहा जा रहा है कि महवर हजारी के मंत्री बनने की संभावना है. जेडीयू ने कल भी पूर्व मंत्रियों को पटना में रहने को कहा था. पूर्व मंत्रियों से भी संपर्क किया गया.
बीजेपी ने कल लिस्ट सौंपी.
आपको बता दें कि बीजेपी की वजह से अब तक कैबिनेट विस्तार रुका हुआ है. राजनीतिक हलकों में ऐसी अफवाहें थीं कि भाजपा मंत्री पद के उम्मीदवारों पर विचार कर रही है। वहीं, बीजेपी ने भी गुरुवार देर शाम नीतीश कुमार को एक लिस्ट भेजी.
कैबिनेट विस्तार के बाद जेडीयू और बीजेपी गुट के कई मंत्रियों पर से बोझ कम हो जाएगा. कई मंत्रियों की मौजूदा स्थिति यह है कि उनके पास छह या उससे अधिक मंत्रालयों की जिम्मेदारी है.