पोखरण में आज तीनों सेनाओं की अगुवाई में होगा संयुक्त ‘भारत शक्ति’ अभ्यास, पीएम मोदी भी लेंगे हिस्सा

पोखरण में आज तीनों सेनाओं की अगुवाई में होगा संयुक्त ‘भारत शक्ति’ अभ्यास, पीएम मोदी भी लेंगे हि

तीनों सेना की ताकत देखने पहुंचेंगे पीएम मोदी.
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गतिविधि भारत शक्ति: इस गतिविधि के माध्यम से यह दिखाया जाएगा कि भारतीय सशस्त्र बल के तीन अंग – सशस्त्र बल, फ्लाइंग कोर और नौसेना बल युद्ध की स्थिति में किस प्रकार सहयोग करते हैं और सशस्त्र बलों के बीच किस प्रकार त्वरित समन्वय होता है। डोमो, यूनिक पॉवर्स, गरुड़ कोमोडो और मार्कोस हेलीकॉप्टरों के तीन सशस्त्र बल भागों से शुरू होकर स्लाइडर और ऑफ-रोड वाहनों के माध्यम से अग्रिम पंक्ति पर पहुंचेगा।

 

 

गतिविधि भारत शक्ति: भारत को निर्णायक रूप से आत्मविश्वासी बनाने का मोदी सरकार का मिशन तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। पोखरण में तीनों सेनाएं ‘भारत शक्ति’ का अभ्यास शुरू करेंगी. सेना के लिए याद किए जाने वाले देशी हथियारों की क्षमता और ताकत को देखने के लिए राज्य के शीर्ष नेता नरेंद्र मोदी खुद मंगलवार को वॉक 12 पर पोखरण डिस्चार्जिंग रीच पर पहुंच रहे हैं। पीएम की मौजूदगी में सेना की तीनों सेनाएं 50 मिनट तक देशी हथियारों से फायरिंग करेंगी.

लाइट बैटल एयरप्लेन तेजस, लाइट बैटल हेलीकॉप्टर प्रचंड, लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव, नौसेना बल के हल्के वजन वाले टॉरपीडो, पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर, फाइट टैंक टी (टी 90), अर्जुन टैंक, सेल्फ-मूव्ड होवित्जर के-9 ( K-9) वज्र, धनुष, सारंग बंदूकें, उतर सहित प्रकाश हथियार, और यांत्रिक कुत्ते ‘गधा’ सहित अत्याधुनिक ड्रोन और यूएवी भी आपदा क्षेत्र में अपनी एकजुटता दिखाएंगे।

कार्यकलाप
यह दिखाएगा कि भारतीय सशस्त्र बल, फ्लाइंग कोर और नौसेना बल के तीनों प्रशासन संघर्ष की स्थिति में कैसे सहयोग करते हैं और सशस्त्र बलों के बीच कितना त्वरित समन्वय होता है। डोमो की शुरुआत सशस्त्र बल के तीनों अंगों की असाधारण शक्तियों, गरुड़ कोमोडो और मार्कोस हेलीकॉप्टरों के माध्यम से स्लाइडर और ऑफ-रोड वाहनों के माध्यम से युद्ध क्षेत्र में पहुंचेगी और अपनी व्यवस्था को दुरुस्त करेगी। फिर, उस समय, वे लंबी दूरी के तोपों से वार करेंगे और दुश्मन के ठिकानों को नष्ट करने की क्षमता दिखाएंगे।

व्यवस्था
सेना के तीन हिस्सों को एकजुट करके एक समन्वित स्थान आदेश तैयार करने का काम भी चल रहा है, इस तथ्य के बावजूद कि इसकी अंतिम संरचना हवा में है। ऐसे में तीनों सेनाओं का मिलन कैसे होता है और अलग-अलग क्षेत्रों में रहते हुए भी कितनी तेजी से संवाद होता है, यह ‘भारत शक्ति’ के अभ्यास में मिलेगा।

में
हाल के कुछ वर्षों में, सुरक्षा सेवा ने सकारात्मक अविभाज्यता की पाँच व्यवस्थाएँ प्रदान की हैं। यानि कि सुरक्षा हार्डवेयर की सूची जो विदेशों से नहीं बल्कि देशी कंपनियों से खरीदी जाएगी। इसके अलावा, यह भी निष्कर्ष निकाला गया कि गार्ड अधिग्रहण के लिए, सभी श्रेणियों में कम से कम आधे देशी सामग्री, जिसमें सामग्री, भाग और प्रोग्रामिंग शामिल हो सकती है, को भारत में ही बनाया जाना चाहिए।

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